Shayri
Shubham
हम ने तो हाथ फैला कर.......
इश्क़ माँगा था ,
आप ने तो हाथ चूम कर
जान ही निकाल दी ..
तू मेरी ज़िंदगी बन के तो देख ,
मैं तेरी ज़िंदगी की रोशनी
न बन जाऊं तो कहना,❣️
Shubham
हम ने तो हाथ फैला कर.......
इश्क़ माँगा था ,
आप ने तो हाथ चूम कर
जान ही निकाल दी ..
तू मेरी ज़िंदगी बन के तो देख ,
मैं तेरी ज़िंदगी की रोशनी
न बन जाऊं तो कहना,❣️
करीब आने की इजाज़त चाहता हूँ
अपना बनाने की इजाजत चाहता हूँ।
में वो प्यार करना चाहता हूँ तुमसे,
जो तुम्हे किसी और को प्यार करने ना दे😍
#Hindishayri